आज से करीब-करीब 5000 वर्ष पहले आयुर्वेद मनीषि महर्षि वाग्भट्ट जी ने बताया कि हमें भोजन के बाद में थोड़ा सा गुड अवश्य खाना चाहिए | हम सभी प्रतिदिन किसी न किसी रूप में मीठा जहर ले रहे हैं,...
जीवित प्राणी की चेतना जब से जागृत हुई तब से लेकर काल के गाल में समाने वक्त तक एक ही इच्छा होती है कि हम कुछ समय स्वस्थ्य जीवित रहें | इसी इच्छा की पूर्ति का एक स्रोत है...