घर में पश्चिम दिशा में भूल से भी ना रखे ये चीजें, माँ लक्ष्मी हो जायेंगी नाराज
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर बनाते समय या घर में निवास करते हुए सामानों को एक सही दिशा में स्थान देने का कुछ...
कैकई से सुमन्त्र का तीखा संवाद...
बात उस समय की है जब सुमंत्र जी को राम वन गमन ज्ञात हुआ वह मूर्छित हो गए तदंतर होश आने पर सारथी सुमंत्र सहसा उठ खड़े हुए | उनके मन में बड़ा ही...
उत्तम चिंतन हीं श्रेष्ठ कर्म का आधार है..
यह मानव मन हमेशा ही अपनी कमी एवं अवगुण को छिपाने का प्रयास करता रहता है यहां तक कि हम मानव अपने स्वरूप से अपने अंतःकरण से अर्थात अपनी आत्मा से भी...
यह विश्व का एक ऐसा अनोखा मंदिर है जो 24 घंटे में मात्र दो मिनट के लिए बंद होता है। यहां तक कि ग्रहण लगने समय भी मंदिर बंद नहीं किया जाता है। कारण यह कि यहां विराजमान भगवान...
कार्तिकेय माँ पार्वती पुत्र कैसे..? (गंगा के पुत्र कार्तिकेय)
एक बार की बात है कि जब शंकर जी तपस्या कर रहे थे उस समय इंद्र, अग्नि देव आदि संपूर्ण देवता अपने लिए सेनापति की इच्छा लेकर ब्रह्मा जी के पास...
वानर राज सुग्रीव का राज्याभिषेक के बाद सुग्रीव किष्किंधा के राजा हो गए, उस समय अपने भाई लक्ष्मण के साथ श्री राम जी प्रश्रवण गिरी पर चले गए | रघुकुल शिरोमणि निष्पाप श्री रामचंद्र जी वर्षा का अंत होने...
हमारे सनातन धर्म में मान्यता है कि ध्वनि और शुद्ध प्रकाश के संयोग से ही ब्रह्मांड की रचना हुई है | आत्मा इस जगत का हीं कारण है | सनातन धर्म संस्कृति में कुछ ध्वनियों को पवित्र और रहस्यमयी...
क्या है असली रक्षा-बंधन...?
हिन्दू धर्म में भाई - बहनों का ये पावन पर्व रक्षा बंधन आदिकाल से हीं मनाया जा रहा है जिसे वैदिक विधि से मनाना श्रेष्ठ माना गया है । इस विधि से मनाने पर भाई...
ईश्वर सर्वव्यापी दिव्य चेतना को कहते हैं जो श्रेष्ठता के रूप में मानव अंतःकरण को विकसित करती है |
सारा विश्व भगवान का रूप है भगवान भक्त का वेश नहीं अंतःकरण देखता है |
मनुष्य ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ रचना है, सब...