पेट्रोल-डीजल सस्ते होने जा रहे हैं..
महंगाई से जूझ रहे आम नागरिकों को केंद्र सरकार बहुत जल्दी बड़ी राहत देने जा रही है. केन्द्र सरकार ईंधन पर टैक्स में कटौती कर सकती है. जिसके फलस्वरूप पेट्रोल-डीजल के दाम में भारी गिरावट आने की सम्भावना है. महंगाई दर को कम करने के लिए भारत सरकार तेल और इसके साथ-साथ कुछ अन्य चीजों पर भी टैक्स घटा सकती है. सरकार अगर इस दिशा में फैसला लेती है तो पेट्रोल-डीजल के दाम काफी कम हो जायेंगे.
कई सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक यह फैसला फरवरी महंगाई दर के आंकड़ों के जारी होने के बाद लिया जा सकता है. भारत की वार्षिकी खुदरा महंगाई दर 5.72 फीसद से बढ़कर 6.52 पर है. सरकार फ्यूल पर टैक्स दोबारा से घटा सकती है इसके साथ ही इम्पोर्ट ड्यूटी में भी कटौती कर सकती है.
कच्चे तेल के दाम में गिरावट..
पिछले कुछ समय से ग्लोबल स्तर पर कच्चे तेल के दाम में गिरावट देखी गई है. वहीं फ्यूल कंपनियों ने कम आयात लागत का भार उपभोक्ताओं और उन कंपनियों पर नहीं डाला है, जो पिछले घाटे की भरपाई करने का प्रयास कर रही हैं. इस स्थिति में सरकार के टैक्स कम करते ही इसका सीधा फायदा पेट्रोल पम्प को मिलेगा और खुदरा ग्राहकों को सस्ती कीमत पर पेट्रोल-डीजल मिल सकता है. इसके साथ ही महंगाई से भी राहत मिलने के आसार दिख रहे हैं.
इन चीजों के भी दाम घटेंगे..
टैक्स और इम्पोर्ट ड्यूटी में कटौती का फायदा सिर्फ पेट्रोल-डीजल उपभोक्ताओं को ही नहीं बल्कि अन्य उत्पाद इस्तेमाल करने वाले ग्राहकों को भी मिलेगा. खाद्यान्न की अगर बात करें तो मक्के के दाम में भारी कटौती और सोया तेल के दाम भी घटने की उम्मीद है . दूध के बढ़ते दाम में भी गिरावट होने की सम्भावना है.
स्थानीय सरकारें भी कम कर सकती है फ्यूल पर टैक्स..
माह जनवरी में वार्षिकी खुदरा महंगाई दर 6 फीसद से ज्यादा रही है, जो दिसंबर में 5.9 फीसद थी. अभी हाल ही में RBI की तरफ से भी रेपो रेट में इजाफा किया गया है. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर खुदरा महंगाई 6 फीसद से ज्यादा रही तो केंद्रीय बैंक एक बार फिर दरों में इजाफा कर सकती है. बढती महंगाई को कम करने के लिए केंद्र सरकार राज्य की सरकारों से भी टैक्स घटाने की अपील कर सकती है ऐसा अनुमान किया जा रहा है .