Low Blood Pressure (निम्न रक्त चाप) को कैसे संतुलित रखें…
Low Blood Pressure (निम्न रक्त चाप) के वजह से आप कभी-कभी अपने को थका सा महशुस करते हैं, कई बार चक्कर भी आ जाते है | सामान्य रक्तचाप 120/80 होना चाहिए जब किसी व्यक्ति का रक्तचाप 90/60 से नीचे चला जाता है तो यह अवस्था निम्न रक्तचाप या Low Blood Pressure का होता है |
Low Blood Pressure (निम्न रक्त चाप) कोई रोग नहीं है संतुलित आहार-विहार एवं नियमित शारीरिक क्रियाकलापों द्वारा इसे संतुलित रखा जा सकता है | इसकी दवा नही इसे संतुलित करने के दिशा में सोचनी चाहिए|
Low Blood Pressure के लक्षण :
थका-थका सा रहना उदास रहना, शरीर का भारी लगना, आँखों के आगे प्राय: अँधेरा छाना, हाथ पैर ठंडे पड़ना, चेहरा सफ़ेद पड़ना, भोजन से दूर भागना इत्यादि |
खान-पान संयमित रखें भोजन में नमक की मात्रा सामान्य रखें दिन भर में 3-4 लीटर जल स्वच्छ जल का सेवन करें या जल के साथ अन्य पेय जैसे दूध, मठ्ठा, जूस, लस्सी आदि |
बैठे हुए हों तो एकाएक उपर की ओर न उठें अत्यधिक मानसिक या शारीरिक तनाव ना लें | सिगरेट, शराब या किसी अन्य नशे का सेवन ना करें पौष्टिक पदार्थ का सेवन करें | पपीता, सेव, नारंगी, चुकुन्दर, केला जैसे सभी प्रकार के मौसमी फल का सेवन अवश्य करें | कब्ज से बचे रहें | सवेरे सवेरे एक सेव जरुर खाएं, इश्वर पर भरोसा रखें |
Low Blood Pressure संतुलित करने के कुछ आयुर्वेदिक उपाय :
आयुर्वेद में इस समस्या की उत्तम औषधियाँ हैं जिसे प्रयोग कर BP को संतुलित रखा जा सकता है :-
गिलोय, तुलसी-पत्र, शिलाजीत, अश्वगंधा, शतावर, सफ़ेद मुसली, कौंच-बीज, वाराहीकंद, बिदारीकंद, छुहाडा, गाय का दूध, चन्द्रप्रभा वटी, च्यवनप्राश इत्यादी | Immunity Power को मजबूत कर लेना हीं Low Blood Pressure का सर्वोत्तम उपाय है |
- छाछ का सेवन निम्न रक्तचाप में लाभदायक है |
- लहशुन का रस या तुलसी का रस शहद में मिला कर लेना लाभप्रद है |
- हींग के सेवन से रक्त जम नहीं पाता हींग के सेवन से रक्त संचार ठीक रहता है, इसीलिए निम्न रक्तचाप में हींग का सेवन लाभदायक है |
- पुदीने की चटनी या रस में सेंधा नमक, काली मिर्च, किशमिश डालकर सेवन करने से निम्न रक्तचाप के रोगी को आराम मिलता है |
- हमेशा Low BP रहता हो, दिल बहुत धडकता हो तो प्रातः बासी मुह सेव का एक मुरब्बा चाँदी के अर्क के साथ सेवन करें |
Low BP संतुलित रखने के कुछ आसन :
योग मुद्रासन, शीर्षासन, सर्वांगासन, भुजंगासन आदि आसन के नियमित अभ्यास से निम्न रक्त चाप को संतुलित रखा जा सकता है |
साभार : डॉ० वशिष्ठ तिवारी (आयुर्वेद रत्न), प्रयाग (रजि० न०-83443)
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