क्या दूध के साथ दवा लेना चाहिए..?
अपने यहाँ ज्यादातर लोग दूध के साथ दवा खाते हैं. कुछ लोग तो जूस और सॉफ्ट ड्रिंक के साथ भी दवा लेना पसन्द करते हैं. क्या ऐसा करना सही है..? क्या हर प्रकार की दवाईयां दूध के साथ ली जा सकती हैं.? आज हम इसी विषय पर जानकारी देने वाले हैं कि आखिर किन दवाईयों का सेवन दूध से नहीं कर सकते . प्रिय पाठकगण जैसा कि आप पहले से जानते हैं कि दूध में कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है ऐसे में ये कैल्शियम कई दवाईयों के प्रभाव को कम कर देता है या बढ़ा देता है जो दवाओं को प्रभावहीन बना देता है.
वैसे तो देखा जाय तो कोई भी दवा दूध के साथ लेना श्रेयष्कर नहीं है, जिमसे एंटीबायोटिक श्रेणी की दवाएं सबसे पहले स्थान पर हैं. अगर आप किसी भी एंटीबायोटिक श्रेणी की दवाएं ले रहे हैं तो भूल कर भी इन्हें दूध के साथ ना लें वरना इसका परिणाम बुरा हो सकता है. अगर आप एंटीबायोटिक श्रेणी की दवाएं ले रहे हैं तो भूल कर भी दूध के साथ ना लें. दूध या दूध से बने किसी भी अन्य प्रोडक्ट के साथ अगर आप एंटीबायोटिक लेते हैं तो इससे दवा का असर तत्काल कम हो जाता है. कुछ परिस्थिति में आपके पेट में समस्या भी उत्पन्न हो सकती है.
ज्यादातर लोग दवाई दूध के साथ लेते दिखते हैं, खासकर बुजुर्ग लोग ऐसा ज्यादा करते दिखते हैं जो कि मेडिकल साइंस के मुताबिक सही नहीं है. मेडिकल साइंस कहता है कि दूध जैसे पेय पदार्थ दवा के असर को कम कर सकते हैं. दूध में कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है जो दवा में मौजूद तत्व को खून में मिलने से रोक सकता है. इसलिए दवा का असर कम हो जाता है.
क्या जूस के साथ दवा ले सकते हैं ?
जूस के साथ दवा लेना भी शरीर के लिए फायदेमंद नहीं होता है. मेडिकल साइंस के अनुसार जूस हमारे शरीर में जैसे ही पहुंचता है वो ऐसे एंजाइम पर तत्काल रोक लगा देता है जो दवा को शरीर में घुलने में मदद करते हैं. जिससे दवा का असर कम हो जाता है. इसलिए जब भी आप दवा खाएं तो उसे शुद्ध जल के साथ ही लें. दूध और जूस के साथ दवा लेने से परहेज करना चाहिए.
कुछ दवायें ऐसी भी हैं जिन्हें चिकित्सक दूध के साथ लेने की सलाह देते हैं वो दवाएं विशेषकर शरीर को विकसित करने वाली अथवा आयुर्वेद चिकित्सा प्रणाली के अनुसार विभिन्न प्रकार के विशेष रोगों के लिए उपयोगी होती हैं.
Bahut hi sundar Alok bhaiya 👌
Thanks navin babu
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