हाई ब्लड प्रेशर को कैसे नियंत्रित रखें..

विनापि भेषजैव्यार्धि: पथ्यादेव निवर्तते, न तु पथ्यविहीनस्य भेषजानां शतैरपि

अर्थात,औषधि के बिना भी रोग केवल पथ्य सेवन से दूर हो जाता है परन्तु यदि रोगी द्वारा अपथ्य छोड़कर पथ्य सेवन किया जाय तो सैकड़ो दवाओं से भी रोग नष्ट नहीं हो सकता |

आज के इस समय में हाई ब्लड प्रेशर यानि उच्च रक्तचाप शब्द जनमानस के लिए नया नहीं है, आज हर 10 लोगों के बीच 5 लोग ऐसे हैं जिन्हें रक्तचाप की समस्या है | केवल भोजन को हम ठीक कर लें तो ब्लड प्रेशर जैसी समस्या से आजीवन छुटकारा पा सकते हैं | आज के इस पोस्ट में हम आपको बताएँगे कुछ ऐसे आहार के बारे में और कुछ आयुर्वेदिक सरल, सहज, औषधि जो सामान्यतया आपके रसोई में आसानी से उपलब्ध होती हैं | जिन्हें प्रयोग में लाकर आप आजीवन ब्लड प्रेशर जैसी परेशानी से चंगा रह सकते हैं | 

हाई ब्लड प्रेशर पीड़ित व्यक्तियों को क्या खाना चाहिए क्या नहीं

पथ्य (क्या खाएं )अपथ्य (क्या नहीं खाएं )
गेहूं का आटा, कम मात्रा में बाजरा एवं ज्वार, मुंग साबुत तथा अंकुरित दालें, काले चने, हरी पत्तेदार सब्जियां (पालक, मेथी बथुआ), अजवायन, मुनक्का, अदरख, नीम्बू, लौकी तुलसी-पत्र, तोरइ, पुदीना, परवल, सहिजन, कद्दू , टिंडा, करेला आदि | फल में अंगूर, मौसमी, पपीता, अनार, संतरा, सेव, अमरुद, अनानास, बादाम, बिना मलाई का दूध, छाछ, अर्जुन छल से सिद्ध दूध, तेल में – सरसों, सूरजमुखी, सोयाबीन का तेल, गाय का घी, पुराना गुड, शहद आदि |केक, पेस्ट्री, नान या रुमाली रोटी, नुडल्स, पिज्जा, बर्गर, साधारण नमक, तेल से भुने एवं बाजार के चटपटे तैलीय भोज्य पदार्थ, डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ, मख्खन, खोवा, मलाई, मांस, वनस्पति घी से बने पदार्थ, मैदा व बेसन के तले हुए पदार्थ, गरिष्ट भोजन, कटहल, काजू , अखरोट, पिस्ता आदि सूखे मेवे, शराब, अचार, चटनी, सॉस, तले पापड़, बिस्कुट, चिप्स, धूम्र एवं मद्यपान आदि निषिद्ध है |  
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उच्च रक्त चाप नियंत्रित रखने के कुछ अचूक आयुर्वेदिक प्रयोग :-          

  1. आंवला,सर्पगंधा और गिलोय का चूर्ण तीनों मिश्रित कर एक चम्मच उष्ण जल के साथ लेने पर उच्च रक्तचाप में लाभ होता है |
  2. प्रातः 25gm नीम की पत्ती का रस सेवन करने से उच्च रक्त चाप में आराम मिलता है |
  3. उच्च रक्त चाप होने पर दो सेव प्रतिदिन खाने से लाभ होता है |
  4. उच्च रक्त चाप होने पर निम्बू स्वरस, अदरख स्वरस व शहद इन तीनों को मिश्रित कर एक-एक चम्मच 21 दिनों तक लेने से कोलेस्ट्रोल दूर होती है और रक्तचाप में लाभ मिलता है|
  5. पुदीना निम्न एवं उच्च रक्तचाप को नियंत्रित रखता है इसके लिए पुदीने व लहसून की चटनी का उपयोग करना चहिये है | उच्च रक्तचाप से पीड़ितों को बिना चीनी एवं नमक डाले हीं पुदीने का सेवन करना चाहिए|
  6. प्याज का रस और शुद्ध शहद बराबर मात्रा में मिलाकर रोजाना दो चम्मच दिन में एक बार लेना उच्च रक्तचाप का प्रभावकारी उपचार है|
  7. उच्च रक्तचाप के रोगियों को नियमित रूप से पके पपीते का सेवन करना चाहिए | पपीते में वह गुण विद्यमान है जो उच्च रक्त चाप को नियंत्रित रखता है|
  8. उच्च रक्त चाप वाले व्यक्ति को साधारण नामक के जगह सेंधा नमक का सेवन करें|
  9. आंवले का मुरब्बा प्रात: प्रतिदिन खाने से उच्च रक्त चाप नियंत्रित रहता है|
  10. उच्च रक्त चाप वाले रोगियों के पैरों के तलवों व हथेली पर मेहंदी का लेप समय-समय पर करने से आराम मिलता है|

साभार : डॉ० वशिष्ठ तिवारी (आयुर्वेद रत्न), प्रयाग रजि० न०-83443
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