घर में पश्चिम दिशा में भूल से भी ना रखे ये चीजें, माँ लक्ष्मी हो जायेंगी नाराज

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर बनाते समय या घर में निवास करते हुए सामानों को एक सही दिशा में  स्थान देने का कुछ खास हीं महत्व होता है इसे जरुर मानना चाहिए, हर दिशा का अपना विशेष स्थान है जो अपने आप में काफी महत्व रखता है | हमें चाहिए कि यथासम्भव वास्तु शास्त्र के अनुसार अपने घर को सुसज्जित रखें इससे आपकी तरक्की को एक निश्चित गति मिलती है | आज हम बताने वाले हैं पश्चिम दिशा के उन महत्व के बारे में जिसे आपको जानना बेहद जरुरी है ये इसीलिए कि भूल वस कुछ चीजें यदि पश्चिम दिशा की ओर व्यवस्थित करेंगे तो माँ लक्ष्मी नाराज हो दरवाजे से हीं वापस लौट जायेंगी और आप आजीवन बदहाली की अवस्था में रहेंगे तो आइये जानते हैं :-

मुख्य द्वार

कभी भी घर का मुख्य द्वार पश्चिम दिशा की ओर नहीं बनवाना चाहिए इससे घर के मुखिया को हमेशा आर्थिक तंगी का सामना करते रहना पड़ता है, आमदनी होगी पर पैसे कैसे खर्च हो रहें हैं पता नहीं चलेगा हमेशा कुछ अच्छा करने की योजना बनाते रहेंगे पर पैसों की तंगी से उन योजनाओं को एक सही स्थान नहीं दे पाएंगे |

घर की ढलान

घर की ढलान पश्चिम दिशा की ओर बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए बल्कि अन्य दिशाओं के मुकाबले पश्चिम दिशा की उचाई कुछ अधिक होनी चाहिए अगर हम छत की बात करें तो पश्चिम और दक्षिण दिशा में अन्य दिशाओं के तुलना में कुछ भी ऊँचा होना चाहिए इसे वास्तु शास्त्र में विशेष महत्व दिया गया है |

पानी की टंकी

घर की दक्षिण पश्चिम दिशा में भूमिगत पानी की टंकी (पानी जमा करने का स्थान) नहीं स्थापित करनी चाहिए इससे घर में वास्तु दोष उत्पन्न होता है और साथ हीं साथ घर में रह रहे सदस्यों के अंदर नकरात्मक ऊर्जा का संचार होता है |   

पानी की निकासी

वास्तु नियमों के अनुसार घर के पानी का निकास पश्चिम दिशा की ओर बिल्कुल नहीं होनी चाहिए इससे घर में रह रहे सदस्यों का स्वास्थ्य हमेशा बिगड़ते रहता है सभी स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से परेशान रहते हैं और पैसा नाहक दवाइयों में खर्च होती रहती हैं |

रसोई न बनवाएं

घर के पश्चिम दिशा की ओर रसोई घर का निर्माण नहीं कराना चाहिए इससे पैसों की तंगी में पड़ सकते हैं बेवजह घर में कलह की सम्भावना बनी रहती है | वास्तु शास्त्र में इस दिशा में रसोई बनाने से मना किया गया है यथासम्भव इससे बचना चाहिए |

पूजा स्थान

भूल से भी घर के पश्चिम या दक्षिण पश्चिम दिशा में पूजा स्थान का निर्माण नहीं कराना चाहिए इससे घर के कुल देवी-देवता आप पर नाराज होते हैं और आपकी तरक्की को तत्काल प्रभाव से रोक देतें हैं जिससे कि आप हर तरह से परेसान हो जाते हैं |

शौचालय

घर के अन्दर पश्चिम या दक्षिण पश्चिम दिशा की ओर भूल से भी शौचालय नहीं बनवाना चाहिए ऐसा करने से घर का  मुखिया हमेशा बीमार रहता है और उस घर के बच्चे अक्सर जिद्दी व चिडचिडे स्वभाव के हो जाते हैं | वास्तु शास्त्र में इसे मना किया गया है |

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Alok Bachan (Technical Author of this page)